- प्रवीण कुमार
सरलता ही सफलता का मूलमंत्र है
संसार के सभी सफल लोग सदैव सादा जीवन और उच्च विचार के नियम का ही पालन करते आए हैं । सरलता ही हमें सफलता की ओर ले जाती है । सरल नियमों का पालन करना सरल होता है जबकि सफलता प्राप्ति के जटिल दांवपेच न केवल बहुत कठिन होते हैं बल्कि ये हमारी जिंदगी को अक्सर उलझा भी देते हैं । इसलिए सफलता प्राप्ति के अपने संघर्ष को सरल बनाएं, आज ही अपने जीवन में सरलता के नियम को अपनाएं ।

अपनी जिंदगी में सरलता को अपनाकर हम जिंदगी की चुनौतियों को आसान बना सकते हैं । सरल नियमों का पालन करना आसान होता है, इसलिए हम आसानी से अपनी योजनाओं पर लंबे समय तक, बिना थके और पूरे मनोयोग से लगातार काम करते हैं । हमेशा काम करते रहने से हमारे जीवन में गति बनी रहती है और हम उन्नति के पथ पर आसानी से आगे बढ़ते जाते हैं ।
सरलता ही सफलता का रहस्य है ।
कठिनता ही विफलता की वजह है ।
सफलता प्राप्ति के कठिन मार्ग का अनुसरण करने पर हमें अपनी योजनाओं को सुचारु रूप से क्रियान्वित करने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, जिससे हम अपनी किसी भी योजना पर कभी भी पूरा काम नहीं कर पाते और हमारी कोई भी अभिलाषा कभी पूरी नहीं होती ।
सरलता ही सफलता है
एक कामयाब जीवन प्रत्येक मनुष्य की पहली अभिलाषा होती है । हम जीवन के हर क्षेत्र में सफल होना चाहते हैं चाहे स्कूल में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने की इच्छा हो या कॉम्पिटिटिव एग्जाम में कामयाबी की कोशिश, ऑफिस का सबसे सक्सेसफुल कर्मचारी बनने की जद्दोजहद या समाज का सर्वाधिक प्रभावशाली चेहरा बनने की अभिलाषा । प्रत्येक व्यक्ति ऐसी ही किसी न किसी दौड़ में शामिल है ।
गला-काट प्रतिस्पर्धा के इस अनोखे ज़माने में सभी लोग सफलता पाने के लिए बेहताशा दौड़ रहे हैं । कामयाबी पाने की इस अनोखी दौड़ में वही आगे रहता है जो हमेशा निरंतर चलता है, दौड़ने वाले तो अक्सर थक कर बैठ जाते हैं । अपनी योजनाओं पर लगातार कार्य करने के लिए हमेशा सरल नियमों का पालन करें, ताकि आप एक लम्बे समय के लिए, बिना थके हमेशा कर्मरत रहें । कर्मयोगी इस हरे ग्रह में पायी वाली एक दुर्लभ जाति है । कर्मयोगी ही सफलता के स्वादिष्ट स्वाद को चखने के असली हक़दार होते हैं ।
अपने संघर्ष के तरीकों को सरल बनाएं और जीवन को सफल बनाएं । किसी भी काम को करते समय, सबसे पहले, हमेशा अपने दिल की सुनें । आपके दिल को जो अच्छा लगे वो काम करें, जब मन करे तब करें, जैसे मन करे वैसे करें और जितना मन करे उतना करें । एक छोटी शुरूआत करें, एक अच्छी शुरुआत करें । अपना काम भले ही धीरे-धीरे करें, परन्तु निरंतर करें । किसी भी काम को भले ही थोड़ा-थोड़ा करें, किन्तु हर काम को हमेशा पूरा करें । एक कर्मयोगी बनें । जब आप सरल तरीकों से आगे बढ़ेंगें, तभी सफलता का संघर्ष आसान बनेगा । इसलिए सरलता को अपनाएं और सफलता को पाएं ।